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2021 के लिए मुख्‍य योजना

दिल्‍ली, भारत के सामाजिक-आर्थिक एवं राजनैतिक जीवन का केंद्र है, प्राचीन मूल्‍यों एवं आकांक्षाओं का एक प्रतीक है और सबसे बड़े लोकतंत्र की राजधानी है, यह विश्‍व के महान शहरों के मध्‍य बढ़ती ख्‍याति अर्जित कर रहा है।

एक अभूतपूर्व गति से बढ़ते हुए, शहर को अपने सुंदर अतीत के साथ-साथ आधुनिक विकास को समाहित करते हुए सम्‍पूर्ण रूप से संगठित करने में सक्षम होने की आवश्‍यकता है, जो सामाजिक-आर्थिक, प्राकृतिक और स्‍वच्‍छ वातावरण के उद्देश्‍यपूर्ण परिवर्तन की मांग करता है। शहर मुख्‍य प्रस्‍तावक होगा और विचार एवं कार्य का शक्ति केंद्र होगा,

राष्‍ट्रीय शासन का अधार एवं व्‍यवसाय, संस्‍कृति, शिक्षा एवं खेल का केंद्र होगा। भूमि, भौतिक अवसंरचना, यातायात, पारिस्थितिकी एवं वातावरण, आवास, सामाजिक-सांस्कृतिक एवं अन्‍य सांस्‍थानिक सुविधाओं जैसी गंभीर समस्‍याओं के अतिरिक्‍त, दिल्‍ली को विश्‍व-स्‍तरीय शहर बनाने की आधारशिला योजना बनाने की प्रक्रिया और शासन एवं प्रबंधन से संबंधित पहलूओं में ही है। और इसके लिए सदैव स्‍थानीय स्‍तर पर भागीदारी योजना बनाने की प्रक्रिया के साथ शहरी सेवाओं एवं विकास के लिए शामिल कुछ एजेंसियों के मध्‍य समन्वित एवं संकलित दृष्टिकोण की आवश्‍यकता होगी।