डीडीए ने ऐसे 100 संयंत्रों को स्थापित करने के लक्ष्य के साथ जनवरी 2020 के महीने में विकेंद्रीकृत एसटीपी/अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों की स्थापना की योजना शुरू की। ये विकेन्द्रीकृत अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र एमबीबीआर (मूविंग बेड बायोफिल्म रिएक्टर), निर्मित आर्द्रभूमि, स्व-स्थाने बायोरेमेडिएशन इत्यादि जैसी उपचार तकनीकों पर आधारित हैं, जिसमें पार्क की दैनिक सिंचाई/बागवानी की आवश्यकताओं के अनुसार आस-पास के सीवरों/नालियों से अपशिष्ट जल का संग्रह, उपचार और पुन: उपयोग शामिल हैं।